कला, नृत्य एवम अध्यात्म की त्रिवेणी बनारस के घाटों पर इन दिनों चर्चा का विषय है 605वें हुई और 606वें दिन बाल भवन जबलपुर के दो बाल कलाकारों ने काशी के घाट पर होने वाली घाट संध्या में अपना कार्यक्रम प्रस्तुत किया । ज्योति गुरु श्री मोती शिवहरे के मार्गदर्शन में शिक्षा प्राप्त कर रहे कथक नृत्य साधक संकल्प और सन्मार्ग परांजपे के पिता श्री संदीप परांजपे और माता श्रीमती किरण परांजपे ने इन दोनों बच्चों को कथक साधना में पारंगत करने कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है ।संकल्प परांजपे एवं सन्मार्ग परांजपे संभागीय बाल भवन के सदस्य हैं । उनकी प्रतिभा को पद्मश्री नूपुर जैन में बनारस के गंगा घाट पर सम्मानित किया ।
जिला साँस्कृतिक समिति, वाराणसी द्वारा जनसहयोग से प्रारम्भ सुबह-ए-बनारस के निरंतर 800 दिन पूर्ण होने से उत्साहित और प्रेरित हो ‘घाट-संध्या’ का शुभारम्भ दिनांक 01 फरवरी, 2017 से गंगा महल-रीवाघाट से किया जा रहा है। इस *घाट-संध्या* की विशेषता के रूप में काशी की संस्कृति के कलात्मक रूप के साथ नृत्य एवं अध्यात्म को पिरोते हुए एक नियमित संध्या की पहल है जिसके माध्यम से कलाकारों को उचित मंच प्राप्त होगा तथा देशी-विदेशी यात्रियों के लिए दर्शनीय स्थल भी स्थापित हो सकेगा। वस्तुतः जिला सांस्कृतिक समिति द्वारा काशी को सांस्कृतिक राजधानी के रूप में माने जाने वाले स्वरूप को संगठित एवं समन्वित रूप से उजागर करने का एक अभिनव प्रयास किया जा रहा है। इस क्षेत्र में सांयकालीन आरती पूर्व से होती रही है इसी के साथ कला के विभिन्न रूपों को सहयोजित करते हुए एक सकारात्मक वातावरण का निर्माण किया जाना है। पर्यटन विकास के लिए जबलपुर का टूरिज्म विभाग अगर दिल्ली नहीं तो प्रयोग के तौर पर सप्ताहिक रूप से ग्वारीघाट या तिलवारा घाट में कोई कार्यक्रम करे तो निश्चित तौर पर पर्यटन विकास को एक और दिशा मिलेगी । जबलपुर में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं किंतु इनके विकास के लिए सतत कोशिशें जारी रखनी चाहिए और ग्वारीघाट एवं तिलवारा घाट जैसे स्थानों को निरापद एवं आध्यात्मिक चिंतन के साथ-साथ कला संस्कृति और परफॉर्मिंग आर्ट से जोड़ने की जरूरत है जिससे पर्यटक को वह आकर्षित किया जा सके जबलपुर संस्कारधानी मैं ऐसा प्रयोग करना महत्वपूर्ण एवं उपयोगी साबित होगा इसमें उद्योगपतियों और कलाकारों को भी सम्मिलित कर कार्य योजना बनाई जा सकती है जबलपुर टूरिज्म प्रमोशन काउंसिल और इंटेक के साथ साथ कला संस्कृति से जुड़े शासकीय अशासकीय संस्थानों को मिलाकर एक कार्ययोजना तैयार कर संस्कृति विभाग का सहयोग लिया जा सकता है ।
गिरीश बिल्लोरे, संचालक बालभवन, जबलपुर |
नेहरु युवा केन्द्र जबलपुर द्वारा संभागीय बालभवन के संयुक्त तत्वावधान में सात दिवसीय जीवन कौशल शिक्षा प्रशिक्षण का शुभारम्भ मध्यप्रदेश शासन के स्वास्थ्य शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) माननीय शरद जी जैन के करकमलों से दिनांक 14 सितंबर 2018 को हुआ हुआ ।
कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री सुशील शुक्ला जी ने की।
श्री मनीष शर्मा जिला कार्यक्रम अधिकारी जबलपुर कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों के औपचारिक स्वागत-सत्कार एवं मां सरस्वती वंदना के साथ हुआ.
अपने उद्बोधन में मुख्य अतिथि श्री शरद जैन मंत्री मध्यप्रदेश शासन चिकित्सा एवं स्वास्थ्य ने कहा कि बच्चों के लिए आयोजित इस तरह की प्रशिक्षण कार्यक्रम अत्यंत महत्वपूर्ण एवं आवश्यक होते हैं . नेहरू युवा केंद्र इस दिशा में सदा ही उत्कृष्ट कार्य करने में सफल रहा है और मैं ह्रदय से कार्यक्रम की प्रशंसा करता हूं और उम्मीद करता हूं कि निकट भविष्य में नेहरू युवा केंद्र ऐसे कार्यक्रम सतत रूप से करते रहेंगे.
जिला कार्यक्रम अधिकारी मनीष शर्मा ने कहा कि जीवन के कौशल को ज्ञान से परिपूर्ण किया जा सकता है इस दिशा में नेहरू युवा केंद्र ने जो कदम उठाए हैं यह सराहनीय है .
संचालक संभागीय बाल भवन जबलपुर श्री गिरीश बिल्लोरे ने कहा कि - हमेशा ही नेहरु युवा केंद्र के लिए आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराते रहने के लिए संकल्पबद्ध है बालभवन अंतर विभागीय समन्वय से आयोजित गतिविधियां किसी भी संस्थान को अत्यधिक सुविधा संपन्न बनाती हैं नेहरू युवा केंद्र जबलपुर के साथ हमारा यह प्रयोग योग दिवस से प्रारंभ हुआ है जो हमेशा जारी रहेगा और जब भी बाल भवन की जरूरत होगी तब बाल भवन ऐसे कार्यों के लिए नेहरू युवा केंद्र ही नहीं अन्य सभी संस्थानों को सहयोग करेगा.
*इस अवसर पर डॉ संध्या जैन, ( शिक्षाविद साहित्यकार ) एवं वरिष्ठ पत्रकार लेखक , कवि श्री मोहन शशि तथा श्री पुनीत मरवाह भी मौजूद रहे ।*
7 दिवसीय इस प्रशिक्षण कार्यक्रम कार्यक्रम में व्यक्तित्व विकास शिक्षा, स्वास्थ्य उद्यमिता के साथ साथ विधि एवं मतदाता जागरूकता जैसे मुख्य विषयों को प्रमुख रूप से सम्मिलित किया गया है ।
कार्यक्रम में संभागीय बाल भवन की ओर । श्री धीरेंद्र अग्रवाल द्वारा बताया गया कि संभागीय बाल भवन साथ प्रशिक्षण कार्यक्रम सफलतापूर्वक संचालित किया गया है । भविष्य में भी इस तरह के कार्यक्रमों का आयोजन नेहरू युवा केंद्र के तत्वावधान में किया जाता रहेगा श्री अग्रवाल ने यह भी बताया कि किशोरों को प्रशिक्षण के साथ-साथ शैक्षिक भ्रमण पर भी ले जाया गया है
इस क्रम में इस प्रशिक्षण सत्र में प्रतिभागियों को ऐतिहासिक एवं पुरातात्विक महत्व के त्रिपुर सुंदरी मंदिर, रानी दुर्गावती संग्रहालय एवं भंवरताल पार्क जैन धर्म के प्राचीन मंदिर पिसनहारी की मढ़िया का भ्रमण कराया का भ्रमण भी कराया ।
*दुर्व्यसनों से दूर रहकर स्वयं का विकास करे तरुणाई- जी इस टी कमिश्नर प्रमोद अग्रवाल* नेहरू युवा केंद्र जबलपुर के लाइफ स्किल एजुकेशन ट्रेनिंग शिविर का समापन समारोह पर रिपोर्ट 】
नेहरू युवा केंद्र जबलपुर द्वारा संभागीय बालभवन में दिनांक 14 सितम्बर 2018 से चल रहे जीवन कौशल शिक्षा प्रशिक्षण का समापन जबलपुर सर्किल के जी एस टी कमिश्नर श्री प्रमोद अग्रवाल जी °【भारतीय राजस्व सेवा 】 के मुख्यातिथ्य और महिला बाल विकास विभाग के संयुक्त संचालक श्री एल एन कंडवाल जी की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ. समापन समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप मे महिला एवं बाल विकास विभाग की उपसंचालक श्रीमती मनीषा लुम्बा जी उपस्थित रहीं. प्रशिक्षण के दौरान किशोर- किशोरियों को जीवन कौशल का महत्व और आवश्यकता, किशोरावस्था विकास और समस्याएं, दृष्टिकोण, दुविधाएं, मजबूती और कमजोरियां,किशोरावस्था में शारीरिक, मानसिक और
भावनात्मक परिवर्तन,पोषण एवं संतुलित भोजन, व्यक्तिगत एवं सामुदायिक स्वच्छता, स्वास्थ्य की अवधारणा, यौन संक्रमण एवं यौन रोग, एच आई वी एड्स,नशा और स्वास्थ्य,जेंडर एवं सेक्स, प्रजनन स्वास्थ्य,किशोरावस्था में अभिभावक और समाज की भूमिका, मतदाता जागरूकता अभियान, विचार सम्प्रेषण कला, उसका महत्व कौशल,मित्रता,समस्या की पहिचान और समाधान,सहयोग लेने की कला, और सकारात्मक सोच से संबंधित प्रशिक्षण दिया गया. इसके अतिरिक्त प्रधानमंत्री फ्लेगशिप योजनाओं बेटी बचाओ,बेटी पढ़ाओ,स्वच्छ भारत मिशन,मिशन इंद्रधनुष, स्किल इण्डिया,डिजिटल इण्डिया आदि पर भी जानकारी दी गई।
प्रतिभागियों को पुरस्कृत करते हुए मुख्य अतिथि श्री प्रमोद अग्रवाल ने युवाओं से दुर्व्यसन से दूर रहते हुए स्वयं के व्यक्तित्व का विकास करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि सत्यनिष्ठा और ईमानदारी ऐसे गुण है जो आपके जीवन के प्रत्येक पल में काम आवेंगे। सत्यनिष्ठ और कर्मठ व्यक्ति समाज में अलग पहिचाने जाते हैं। जिला युवा समन्वयक धीरज अग्रवाल ने नेहरू युवा केन्द्र संगठन के कार्यों पर प्रकाश डालते हुए कौशल विकास प्रशिक्षण के मुख्य बिंदुओं को उदधृत किया ।
बाल भवन के संचालक गिरीश बिल्लोरे ने सम्भागीय बाल भवन को इस कार्यक्रम हेतु चुनने के लिए नेहरू युवा केन्द्र के प्रति धन्यवाद ज्ञापित करते हुए प्रशिक्षण को बहुउपयोगी बताया। उप संचालक श्रीमती मनीषा लुम्बा ने अभिभावकों को किशोरों के लिए पोषक आहार के प्रति जागरूक रहने की सलाह दी।
अंत मे कार्यक्रम के अध्यक्ष श्री कंडवाल जी ने सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाएं देते हुए भविष्य में स्वस्थ और श्रेष्ठ नागरिक बनने का आव्हान किया। शिविर में प्रशिक्षक के रूप में सहयोग प्रदान करने पर श्री पंकज चौरसिया, हेमन्त चंद्रोल, इमरान खान, डॉ नुपूर देशकर, डॉ दीप्ति पारे का सम्मान किया गया साथ ही व्यवस्था में उल्लेखनीय सहयोग के लिए खेल अनुदेशक श्री देवेंद्र यादव, श्रीमती रेणु पांडे, श्री सोमनाथ सोनी और श्रेष्ठ प्रतिभागियों वरुण यादव, विदुषी शर्मा , मान्या केशरवानी, संस्कृति अग्रवाल, तरुण अहिरवार, खुशबू राय, इप्शिता राइन,अब्दुल रहमान,वन्दना ने अपने विचार व्यक्त फीडबैक दिया ।
कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत श्री देवेंद्र यादव श्री सोमनाथ सोनी द्वारा किया गया कार्यक्रम के सफल आयोजन में श्री अतुल पांडे लेखा अधिकारी नेहरू युवा केंद्र का विशेष योगदान रहा ।
संगीत निर्देशक डॉ.शिप्रा सुल्लेरे
श्रीमती रेनू पांडे, क्राफ्ट एंड आर्ट
श्री देवेन्द्र यादव , खेल प्रशिक्षक
श्री सोमनाथ सोनी, तबला प्रशिक्षक